Sunday, October 6, 2019



The Supreme Significance of the Gayatri Mantra

"Om Bhur Buvah Swah, Tatsaviturvarenyam Bhargo Devasya Dhimahi, Dhiyo Yonah Prachodayat "
भूर भुवः स्वः, तत्स्वितुर वरेनियम भर्गो देवाश्य धीमही, धियो यो नह प्रचोदयाह

Meaning of Gayatri Mantra गायत्री मंत्र

AUM = the protector; (सबकी रक्षा करने वाला)
BHOOR भूर = who is the basis of the whole universe and who is self existent and; (जो सब जगत के जीवन का आधार, प्राण से भी प्रिया और स्वयम्भू है।)
BHUVAH भुवः = who is free from all pains and whose contact frees the soul from all troubles; (जो सब दुखों से रहित, जिसके संग से जीव सब दुखों से छूट जाते है )
SWAH स्वः = exists in different forms in this universe and sustains all. (जो नानाविधि जगत के व्यापक हो के सब का धारण करता है )
Tat तत = that very God; (उसी परमात्मा के स्वरुप को हम लोग)
Saviturत्स्वितुर = He is the creator and energizer of the whole universe; (जो सब जगत का उत्पादक और ऐश्वर्य का डाटा है )
Varenyam वरेनियम = worthy of acceptance, the most excellent; (जो स्वीकार करने योग्य अति श्रेष्ठ )
Bhargo भर्गो = pure and purifier. (शुद्ध रूप और पवित्र करने वाला चेतन ब्रह्मस्वरूप है )
Devasya देवाश्य = the giver of all happiness; (जो सब दुखों का देवनहारा और जिसकी प्राप्ति की कामना सब करते हैं।)
Dheemahi धीमही = let us embrace, so that; (धारण करें, किस प्रयोजन के लिए कि)
Dhiyo धियो = mind and thoughts. (बुद्धियों को)
Yo यो= God may; (जो सविता देव परमात्मा)
Nah नह = our; (हमारी)
Prachodayat प्रचोदयातह = direct; (प्रेरणा करे अर्थात -बुरे कामों से छुड़ा कर अच्छे कामों में परिवर्तित करे।)

सबकी रक्षा करने वाला, जो सब जगत के जीवन का आधार, प्राण से भी प्रिय और स्वयम्भू है। जो सब दुःखों से रहित, जिसके संग से जीव सब दुःखों से छूट जाते हैं। जो नानाविधि जगत के व्यापक होके सबका धारण करता है। जो सब जगत का उत्पादक और ऐश्वर्य का दाता है। जो सब दुःखों का देवन हारा और जिसकी प्राप्ति की कामना सब करते हैं। जो स्वीकार करने योग्य, अति श्रेष्ठ शुद्ध रूप और पवित्र करने वाला चेतन ब्रह्म स्वरुप है। उसी परमात्मा के स्वरुप को हम लोग धारण करें। किस प्रयोजन के लिए जो सविता देव परमात्मा हमारी बुद्धियों को प्रेरणा करे अर्थात बुरे कामों से छुड़ा कर अच्छे कामों में परिवर्तित करे।

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